PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केन्द्र सरकार के खिलाफ एक मास्टर स्ट्रोक खेला है। उन्होंने कहा है कि गरीबों को पीएम आवास योजना में घर नहीं मिला तो हमने इसकी शुरुआत कर दी।
दरअसल आज जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की ओर से मकर संक्रांति के अवसर पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया है। इस भोज में एनडीए के साथ-साथ तकरीबन हर दलों के बड़े नेताओं का जुटान हुआ।
भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी समेत कई दिग्गज नेता पहुंचे। इस दौरान सीएम ने कहा कि हम लोगो को बहुत जमाने से वशिष्ठ बाबू भोज देते रहे हैं। हम सब लोग इनके चूडा-दही भोज में शामील होते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज का दिन बहुत महत्व रखता है। आज से सूर्य उत्तरायण होता है जिसे बहुत ही पवित्र दिन माना जाता है।
वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बातों ही बातों बीजेपी के खिलाफ एक मास्टर स्ट्रोक दे दिया। उन्होंने कहा कि हम लोगो ने पहले से तय किया था कि जिनका नाम प्रधान मंत्री आवास योजना में छूट गया है वैसे लोगो को आवास मिलनी चाहिए।
हमने सोचा जब केंद्र से आएगा तब उन्हें मिलेगा, लेकिन फिलहाल हमलोगों ने अभी आवास देने की शुरुआत कर दी है। खास कर उन्हें आवास दिया जाएगा जो AES पीड़ित है।
सीएम ने कहा कि मुज़फ़्फरपुर जिले में इनकी बहुत संख्या है। सरकार सोसियो इकनॉमी सर्वे के आधार पर सभी को आवास उपलब्ध करायेगी।
हालांकि जब उनसे एनआरसी और सीएए को लेकर सवाल किया गया तो वे इसे टाल गए। उन्होंने कहा कि आज मकर संक्रांति का मौका है। आज का दिन आपस मे प्रेम और सद्भावना का भाव होता है। आज उन विषयों पर चर्चा नही होनी चाहिए, जिससे लगे लोगो की अलग अलग राय है और झगड़े का माहौल हो।
आज आराम से दही-चूड़ा का मजा लीजिए। कि हम हर मुद्दे पर 19 जनवरी के बाद जवाब देंगे।
विवेकानंद की रिपोर्ट