GAYA : पितृपक्ष के अवसर पर गया में पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके मद्देनजर देश ही नहीं विदेश से भी लोग गया आते है और अपने पितरों के लिए तर्पण करते है. पितृपक्ष में पिंडदान करने का विशेष महत्व होता है. इससे गया में पिंडदानियों के आने का सिलसिला लगातार जारी है.
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आज ही हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने गया में अपने पितरों के लिए पिंडदान किया है. इसके पहले बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने भी गया जाकर पिंडदान किया था. रविवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेत्री स्व. सुषमा स्वराज के भाई हनुमत भारद्वाज अपनी पत्नी प्रियांचल भारद्वाज के साथ गया पहुंचे.
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उन्होंने कहा पंडितों के अनुसार वे पांच दिनों तक गया में पिंडदान करेंगे. उन्होंने विष्णुपद के हनुमान मंदिर परिसर सबसे पहले नारायण बलि श्राद्ध किया. इसके बाद विष्णुपद और फल्गु में पिंडदान किया. फल्गु में पिंड अर्पित करने के बाद तर्पण किया. पांच दिनों के गयाश्राद्ध में वे ब्रह्मकुंड, प्रेतशिला वेदी, रामकुंड, रामशिला और कागबलि वेदी पर श्राद्ध करेंगे. उन्होंने कहा की बहन के साथ माता-पिता और पूर्वजों के लिए पिंडदान करने गया हैं.
गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट