PATNA: केंद्र सरकार द्वारा जल जीवन हरियाली से संबंधित झांकी को रिजेक्ट किए जाने के बाद सीएम नीतीश का दर्द झलक गया।उन्होंने कहा कि झांकी को 26 जनवरी के लिए शामिल नहीं किया गया तो उससे क्या फर्क पड़ेगा।जब 19 जनवरी को जल जीवन हरियाली पर मानव श्रंखला बनेगी तब जाकर लोगों को पता चलेगा।
जल जीवन हरियाली यात्रा के क्रम में खगड़िया में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने अपना दर्द सार्वजनिक किया हा।मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग कह रहे कि केंद्र सरकार ने जव जीवन हरियाली पर बिहार की झांकी को रिजेक्ट कर दिया।बोलने वाले बोलते रहें।
बिहार की झांकी के रिजेक्शन परअपनी नाराजगी का जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, अधिकारियों ने तो भेज दिया होगा, अगर न झांकी में शामिल नहीं भी हुआ तो कोई फर्क नहीं पड़ता.अभी अभियान चला रहे हैं जब असर होगा तो बाद में समझ में आएगा. इससे बिहार के लोग डिमोरलाइज नहीं होंगे.
बता दें कि इस साल भी गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के राजपथ पर बिहार की झांकी नहीं दिखेगी. बिहार सरकार की तरफ से 'जल-जीवन-हरियाली' का थीम आइडिया भेजा गया था. लेकिन इसे रिजेक्ट कर दिया गया. पिछले साल भी शराबबंदी के थीम को भी रिजेक्ट किया गया था.