NEWS4NATION DESK : इसी साल 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देनेवाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया गया है. इसके बाद एहतियात के तौर पर नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस औरजम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) जैसे राजनीतिक दलों के नेताओं को नजरबन्द कर दिया गया.
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अब धीरे-धीरे वहाँ शांति बहाली की प्रक्रिया तेज की जा रही है. 2 अक्टूबर के बाद कई नेताओं को अब रिहा कर दिया गया है. लेकिन फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती, जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद गनी लोन को अभी भी नजरबंद रखा गया है.
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उन्हें किसी से मिलने की अनुमति नहीं है. बता दें कि फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर स्थित अपने आवास पर नजरबंद हैं, जबकि उमर अब्दुल्ला को स्टेट गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया है. रविवार को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने नेशनल कॉन्फ्रेंस नेताओं को पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से मिलने के लिए जम्मू क्षेत्र से श्रीनगर जाने की इजाजत दी है. इस मुलाकात की इजाजत राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दी थी.