PATNA : राजधानी पटना में भारी बारिश के कारण हुए कई इलाकों में जलजमाव हो गया. आज भी राजधानी के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बरकरार है. यहाँ लोगों को न ही बिजली और न ही पानी उपलब्ध हो पा रही है. अब इन इलाकों में बीमारी का खतरा फैलने लगा है. इस मामले को लेकर राज्य सरकार और जिला प्रशासन की काफी किरकिरी हो चुकी है. खुद सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी इस जलजमाव की चपेट में आ गए थे. उन्हें एनडीआरएफ की मदद से किसी तरह बाहर निकाला गया. पटना में जलजमाव की स्थिति से अभी लोग उबर भी नहीं पाए थे.
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इसी बीच पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 293 सेंटीमीटर ऊपर चला गया. बड़ी का जलस्तर बढ़ने से कई गाँव बाढ़ की चपेट में आ गये. परसा बाज़ार-पुनपुन रेलखंड पर बाढ़ का पानी चढ़ गया. जिससे इस खंड पर रेलगाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया गया. कई गाड़ियों को रद्द कर दिया गया. जबकि कई गाड़ियों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया. हालाँकि जिला प्रशासन की ओर से दावा किया गया की पटना सुरक्षा बांध बिलकुल सुरक्षित है. इस पर किसी प्रकार का खतरा नहीं है. जबकि पुनपुन के कई गाँव आज भी जलमग्न हैं.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन इलाकों का दौरा कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया है. इस बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित पुनपुन बाजार समेत प्रखंड की चार पंचायतों लखना पूर्वी, लखनपार, बरावां एवं बेहरावां के आधा दर्जन से ऊपर गांव हैं. पेमार और पुनपुन पर अब भी खतरा बना हुआ है. उधर नियामतचक गाँव भी पूरी तरह बाढ़ की चपेट में है. यहाँ लोगों को किसी तरह की राहत नहीं मिल रही है.